मजाज़, शराब, औरत और क़दर दान Admin औरतों पर शायरी, Latiife << मजाज़, शायर नहीं लतीफ़ा बा... मजाज़ के कबाब, फ़िराक़ का गो... >> मजाज़ से किसी ने पूछा: “मजाज़ साहिब, आपको औरतों ने खाया या आपके क़दर दानों ने, या शराब ने?” शराब का गिलास मुँह से लगाते हुए मजाज़ बोले, “हमने सबको बराबर का हिस्सा दिया है।” Share on: