नीला नीला अम्बर क्यों है धरती खाती चक्कर क्यों है बिल्ली चूहे क्यों है खाती काली कोयल क्यों है गाती क्यों पानी में रहती मछली क्यों चर्ख़े पर घूमे तकली तितली रंग-बिरंगी क्यों है ये दुनिया बे-ढंगी क्यों है हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई क्यों रखते मज़हब की खाई कुछ गोरे कुछ काले क्यों हैं ऊँचे पैसे वाले क्यों हैं चीज़ें इतनी महँगी क्यों हैं जानें इतनी सस्ती क्यों हैं झगड़ा करते क्यों हैं इंसाँ धन पर मरते क्यों हैं इंसाँ ख़ुद-ग़र्ज़ी ही प्यारी क्यों है मतलब की ही यारी क्यों है हर दम बम के ख़तरे क्यों हैं जंग के बादल बिखरे क्यों हैं सदहा बातें मन में उठतीं घेरे मुझ को सोचें रहतीं मैं हूँ नन्हा मुन्ना बालक औरों जैसा कब हूँ ज़ीरक पापा तुम हो आलिम फ़ाज़िल हर फ़न में हो पूरे कामिल पापा मुझ को बतलाओ ना सारी बातें समझाओ ना