आशाएँ By Nazm << सुर्ख़ फंदे सुनहरी मालाएँ ख़ौफ़-ए-सहरा >> जंगलों की नींद में सो जाएँ हम रास्ते खो जाएँ हम ख़्वाब दरिया वादियाँ जागती महरूमियाँ बंद कलियों के गले मिलते हुजूम पंखुड़ी हो जाओ तुम पंखुड़ी हो जाएँ हम Share on: