ख़ुदा राम है और ख़ुदा ईश्वर वो भगवान है कुल जहाँ उस का घर उसी का करम और उसी की दया ये मकतब ये ता'लीम का हौसला किताबों में वो कार-ख़ानों में वो ज़मीं ही नहीं आसमानों में वो उसी की नवाज़िश का इज़हार हैं जो सर-सब्ज़-ओ-शादाब अश्जार हैं उसी की इनायत चमन रंग-ओ-बू मोहब्बत मसर्रत ख़ुशी जुस्तुजू बुराई से हम को बचाए वही अँधेरे में रस्ता दिखाए वही वो रहमान है और वही है रहीम गुनहगार के हक़ में रब्ब-ए-करीम