बादल दोस्त हमारे बादल दोस्त हमारे घर घर आएँ मेंह बरसाएँ चाँदी बरसे आँगन आँगन द्वारे द्वारे बादल दोस्त हमारे बादल दोस्त हमारे सूखी धरती जल-थल कर दें खेतों को अमृत से भर दें बरसें रस के धारे बादल दोस्त हमारे उड़ते आएँ नील गगन में बाग़ों में खेतों में चमन में जैसे चलें फ़व्वारे बादल दोस्त हमारे भर भर आँचल पानी लाया जब भी प्यासे दिल ने बुलाया आ जा रहे आ जा रे बादल दोस्त हमारे ये दुनिया की प्यास बुझाएँ काश ये बादल आज बुझाएँ नफ़रत के अंगारे बादल दोस्त हमारे कितने ही काले बादल हों आस बंधी है चमके हैं चाँदी से किनारे आस बंधाता जा रे बादल दोस्त हमारे