बच्चों ने इक बाग़ लगाया बाग़ को अपने ख़ूब सजाया करते वो काम बारी बारी पौदे लगाते क्यारी क्यारी रोज़ वो ख़बर उस की लेते वक़्त पे खाद और पानी डालते रंग-बिरंगे फूल महकते आ के परिंदे उस पे चहकते फल भी मीठे मीठे आते फल भी वो जो सब को भाते जो भी बच्चा मेहनत करता वक़्त मज़े से उस का गुज़रता