डुग डुग डुग डुग करता आया बंदर वाला बंदर लाया हाथ में इक मोटा सा डंडा डंडे में इक लाल सा झंडा कंधे पर मैला सा झोला पीछे बंदर भोला भोला बंदर के साथ इक बंदरिया पहने हुए इक लाल घगरिया कूचों बाज़ारों से गुज़रता चौक में आया डुग डुग करता देख के कुछ लोगों का जमघट उस ने खेल जमाया झट-पट जब लोगों ने घेरा बाँधा छिलने लगा काँधे से कांधा ले कर डंडा रख कर झूला बंदर वाला हँस कर बोला नाचो बेटा नाचो बेटा बंदर ने भी जिस्म समेटा अपने दोनों हाथ उठा कर गर्दन और कूल्हे मटका कर झिजका और न कुछ शरमाया थिरक थिरक कर नाच दिखाया देखिए अब ससुराल में जाना और बीवी को साथ में लाना बीवी पहले तो शर्माई फिर वो छम-छम कर आई लड़कों ने बंदर को सताया बंदर को भी ग़ुस्सा आया झपटा उन पर डंडा ले कर उन को डराया भपकी दे कर कर के तमाशे ऐसे ऐसे सब लोगों से माँगे पैसे वक़्त अभी था ठंडा ठंडा चलता बना ले झूला डंडा