बर्फ़ के मौसम By Nazm << नन्हा पौदा जलती-बुझती सी रौशनी के पर... >> मैं क़ैदी तितली हूँ तेरी सब रंग बहार के हैं तुझ से जब बर्फ़ के मौसम आएँगे हम याद के साज़ बजाएँगे फिर ख़्वाब के तेशे लाएँगे ता'मीर-ए-मोहब्बत करने को तस्ख़ीर-ए-मोहब्बत करने को Share on: