बारिश By Nazm << गुफ़्तुगू नज़्म नहीं होती... चूमता पानी, पानी पानी >> कल भी बारिश हुई थी आज भी बारिश होगी और फिर खोखली अज़्मतें पैदल चलती सड़कों पर कीचड़ उछालते हुए हवा की तरह गुज़र जाएँगी आरास्ता दूकानें ये तमाशा देखेंगी और हँसेंगी Share on: