भागलपुर-4 By Nazm << ब-याद-ए-अख़्तर 'शीरान... खंडर >> कोई सोमनाथ का मंदिर नहीं था और न तलवार वाले हाथ थे ग़ौरियों के मगर लुट गया मिरा शहर बस नाम पर अयोध्या के Share on: