बादल उठा और छा गया सावन का मेंह बरसा गया जंगल में जल-थल हो गया नहरों में पानी आ गया और आ गईं बी मेंडकी बच्चों ने जब देखा उन्हें सब्ज़े पे लपके घेर कर बी मेंडकी ने जिस घड़ी देखा उन्हें मुँह फेर कर घबरा गईं बी मेंडकी भागीं कभी उछलीं कभी दौड़ीं कभी उचकीं कभी लपकीं कभी कूदीं कभी फाँदीं कभी फुदकीं कभी तंग आ गईं बी मेंडकी सब्ज़े के अंदर छुप रहीं जब थक गईं उक्ता गईं बच्चों के हाथों से मगर जातीं कहाँ हाथ आ गईं हाथ आ गईं बी मेंडकी मुर्दा बनी थीं मक्र से बच्चे ये समझे मर गईं तंग आ के उन के ज़ुल्म से दुनिया से रेहलत कर गईं काम आ गईं बी मेंडकी फेंका पकड़ कर एक ने बी मेंडकी को नहर में बी मेंडकी ने आप को बहता जो पाया लहर में लहरा गईं बी मेंडकी प्यासी जो थीं कुछ देर से सेरों ही पानी पी गईं फिर लपकीं ख़ुश्की की तरफ़ बच्चों ने देखा जी गईं और आ गईं बी मेंडकी चुपके से इक लड़का बढ़ा और हाथ मारा ज़ोर से बी मेंडकी का सर लगा पत्थर की चुभती कोर से मुरझा गईं बी मेंडकी बी मेंडकी में दम न था देखा जो मुट्ठी खोल कर बच्चों ने चिल्ला कर कहा लो अब के तो सच-मुच सफ़र फ़रमा गईं बी मेंडकी