आओ बच्चो गीत सुनाएँ गीत सुनाएँ ख़ूब हंसाएँ इक बुढ़िया ने चिड़िया पाली नन्ही-मुन्नी भोली-भाली बुढ़िया बैठी खीर पकाती चिड़िया उस को गीत सुनाती इक दिन बुढ़िया भूकी आई जल्दी जल्दी खीर पकाई मुँह धो कर वो खाने बैठी चिड़िया गीत सुनाने बैठी बुढ़िया ने सब कुछ खा डाला चिड़िया को भूका ही टाला चिड़िया जब पिंजरे में आई भूक से उस को नींद न आई चूँ-चूँ चूँ-चूँ कर के रोई सारी रात उसी में खोई सुब्ह हुई और मुर्ग़ा बोला बुढ़िया ने जब पिंजरा खोला प्यार से जब उस ने चुमकारा चिड़िया ने चोंचों से मारा बुढ़िया भागी घर में आई मुट्ठी भर कर दाना लाई जब बुढ़िया ने दाना खिलाया तब चिड़िया ने गीत सुनाया