जगमग जगमग चमके चाँद जग को रौशन कर दे चाँद दिन भर तो आराम करे शब को बाहर निकले चाँद रुख़्सत हो कर पूरब से पच्छिम तक जा पहुँचे चाँद पहले दिन तो छोटा हो बा'द में बढ़ता जाए चाँद चाँदी की थाली सा लगे जब पूरा हो जाए चाँद काले बादल से छुप जाए बच्चो डर के मारे चाँद चंदा मामा कहते हैं देख के छोटे बच्चे चाँद