इक लड़के की रंगीं दस्ती एक लड़के ने आ के चुराई इधर उधर वो ढूँड रहा था किसी ने चुपके से ये बताया फुलाँ ने तेरी दस्ती चुराई गया वो फ़ौरन देखा पाई उस ने उस को ख़ूब ही मारा चोर सभों ने कह के पुकारा सुना जो उस के बाप और माँ ने मारा और हुए नाराज़ उस से इक चोरी करने से बच्चो कितनी दुर्गत होती है देखो कभी न भूल के चोरी करना होगे वर्ना तुम भी रुस्वा छोटे बड़ों को होगी नफ़रत कुछ न रहेगी तुम्हारी इज़्ज़त कभी न भूल के चोरी करना कान मिरे कहने पर धरना 'जौहर' है इक तुम्हारा भाई चाहता है ये सब की भलाई