इतने घर इतने सय्यारे कंकर पत्थर कौन गिने दस से ऊपर कौन गिने औज़ारों के नाम बहुत हैं हथियारों के दाम बहुत हैं ऐ सौदागर कौन गिने दस से ऊपर कौन गिने ऐ दिल ऐ बे-कल फ़व्वारे कितने घाव बने हैं प्यारे अपने अंदर कौन गिने दस से ऊपर कौन गिने कितनी लहरें टूट गई हैं बीच समुंदर कौन गिने