बहार-ए-बे-ख़िज़ाँ दिल्ली पे क़ुर्बां निशात-ए-जावेदाँ दिल्ली पे क़ुर्बां शमीम-ए-गुलसिताँ दिल्ली पे क़ुर्बां ज़मीन-ओ-आसमाँ दिल्ली पे क़ुर्बां मिरा दिल मेरी जाँ दिल्ली पे क़ुर्बां यहाँ हर ख़ार सर्व-ओ-यासमन है यहाँ हर जादा आग़ोश-ए-चमन है यहाँ हर ज़र्रा सूरत की किरन है नुजूम-ओ-कहकशाँ दिल्ली पे क़ुर्बां मिरा दिल मेरी जाँ दिल्ली पे क़ुर्बां महकती वादियाँ रंगीं नज़ारे नज़ारों में मोहब्बत के इशारे सुहानी सुब्ह जमुना के किनारे ख़ुम-ए-आब-ए-रवाँ दिल्ली पे क़ुर्बां मिरा दिल मेरी जाँ दिल्ली पे क़ुर्बां वो ठंडी रात वो आरिज़ वो गेसू फ़ज़ा में पुर-फ़िशाँ साँसों की ख़ुश्बू नशीली करवटें मख़मूर पहलू शराब-ए-अर्ग़वाँ दिल्ली पे क़ुर्बां मिरा दिल मेरी जाँ दिल्ली पे क़ुर्बां सलोने होंट और वादे सुहाने निगह मा'सूम और कमसिन निशाने महकते जिस्म ख़ुश्बू के ख़ज़ाने चमन-ज़ारए-जिनाँ दिल्ली पे क़ुर्बां मिरा दिल मेरी जाँ दिल्ली पे क़ुर्बां मिरे अहद-ए-मोहब्बत की निशानी सलोनी साँवली गुल-रंग धानी यहाँ गुम हो गई मेरी जवानी दिल-ए-कौन-ओ-मकाँ दिल्ली पे क़ुर्बां मिरा दिल मेरी जाँ दिल्ली पे क़ुर्बां