हँसते बच्चे गाते बच्चे जीवन जोत जगाते बच्चे लाखों स्वाँग रचाते बच्चे घर भर को बहलाते बच्चे अम्मी को समझाते बच्चे डैडी से इतराते बच्चे अपने भोले-पन से सब की बिगड़ी बात बनाते बच्चे घर से पढ़ने पढ़ के घर को आते बच्चे जाते बच्चे जीवन की सुनसान डगर पर लाखों फूल लुटाते बच्चे एक ख़ुशी की चिंगारी से पल पल दीप जलाते बच्चे प्यार की इस प्यासी धरती पर अमृत रस बरसाते बच्चे रात हुई तो भूल के सब कुछ सो गए नींद के माते बच्चे सुन के कहानी दादी माँ से ख़्वाबों में इठलाते बच्चे सपनों की देवी के मेहमाँ दिन भर शोर मचाते बच्चे सुब्ह हुई तो फिर जाग उट्ठे लहराते इतराते बच्चे नन्हे मुन्ने प्यारे प्यारे मीठे बोल सुनाते बच्चे देश की शोभा घर की ज़ीनत दिल में राह बनाते बच्चे कल की इक दौलत हैं 'शाकिर' आज के हँसते-गाते बच्चे