चिड़ चिड़ चिड़िया उड़ती है नील गगन से जुड़ती है हुक़्क़ा गुड़ गुड़ करता है दादा का दम भरता है मुर्ग़ा कुकड़ूँ कूँ बोले मुर्ग़ी अंडों पर डोले बतख़ें कहतीं कीं क़ें क़ें हम तो पानी पर तैरें में में में बकरे की सुन घोड़े में हैं अच्छे गुन गाय सवेरे चिल्लाए सारा चारा चर जाए बंदर उछलें डाली पर आफ़त टूटे माली पर बच्चे खेलें खेल सब दुनिया से रखें मेल