हर हालत में माँ ठहरी By बाल कविता, Nazm << हम कामयाब होंगे हमें फ़ख़्र है >> हम को राहत देने वाली हर दुख ख़ुद सह लेने वाली हर हालत में माँ ठहरी है घर की नय्या खेने वाली करते रहें हम माँ की ख़िदमत उन के पाँव तले है जन्नत Share on: