तुम इतने हसीं हो तुम ऐसे हसीं हो हक़ीक़त में तुम तो सुरय्या जबीं हो मैं कह दूँ अगर कुछ तुम्हें भी यक़ीं हो तुम्हें प्यार करने को जी चाहता है लबों पर हँसी है गुलाबी गुलाबी निगाहों की जुम्बिश शराबी शराबी तुम्हारा चेहरा किताबी किताबी तुम्हें प्यार करने को जी चाहता है तुम्हारी निगाहें पयाम-ए-मोहब्बत ख़मोशी तुम्हारी कलाम-ए-मोहब्बत सलामत तुम्हीं से है नाम-ए-मोहब्बत तुम्हें प्यार करने को जी चाहता है तुम्हारा तजम्मुल क़यामत क़यामत तुम्हारे इशारे मोहब्बत मोहब्बत तुम्हें प्यार करने को जी चाहता है तुम्हारा सरापा है महशर-ब-दामाँ मुजस्सम हो ग़ारत-गर-ए-दीन-ओ-ईमाँ न पूछो मिरे दिल की हसरत मिरी जाँ तुम्हें प्यार करने को जी चाहता है तुम्हारा तबस्सुम गुलों की जवानी तुम्हारा तरन्नुम मय-ए-अरग़वानी तुम्हारा तकल्लुम किताब-ए-मआ'नी तुम्हें प्यार करने को जी चाहता है तुम्हारी नज़र कैफ़-ओ-मस्ती लिए है शराब-ए-मोहब्बत के साग़र पिए है ये 'अफ़ज़ल' का दिल भी इरादा किए है तुम्हें प्यार करने को जी चाहता है