जंगल में मंगल करवाया इक बारात सजाई जंगल के राजा ने अपनी शादी ख़ूब रचाई मेंडक-जी ने बैंड बजाया भालू जी ने ढोल गीदड़ साहब ने भी गाए मीठे मीठे बोल भरी सभा में बंदर जी ने बनदरी को नचवाया बन कर शाही भाट गधे ने ढेंचूँ राग सुनाया बने महाशय बगुले पंडित कव्वे साहब नाई झींगर-जी ने बीन सँभाली मच्छर ने शहनाई जंगल के रहने वालों ने मिल कर धूम मचाई जंगल के राजा ने अपनी शादी ख़ूब रचाई मिस बिल्ली ये बोलीं इंग्लिश बिस्कुट लाओ म्याऊँ मिस्टर कुत्ते चीख़े भौं भौं रूसी खाना खाऊँ लोमड़ बोले मोटे मोटे दो मुर्ग़े पकवाओ चूहा बोला काबुल के बढ़िया चिलगोज़े लाओ पिद्दे साहब ने मँगवाए अमरीकन पकवान पिद्दी बोलीं बर्फ़ी लाओ हो मेड इन जापान दूर देश में भेज परिंदे हर इक चीज़ मँगाई जंगल के राजा ने अपनी शादी ख़ूब रचाई