झोंका By Nazm << तेरे बग़ैर दीवार से गुफ़्तुगू >> वो कौन थी कहाँ मिली मुझे तो कुछ पता नहीं मगर वो जब चली गई तो दूर तक ख़याल में हवा का तेज़ शोर था Share on: