कहानी है ये च्यूँटी की जो इक दम बन गई हाथी गया हाथी वो दरिया पर तो इक दम बन गया मछली वो मछली जाल में आई तो इक दम बन गई मक्खी वो मक्खी दूध पर बैठी तो इक दम बन गई बर्फ़ी वो बर्फ़ी थी रकाबी में तो उस को खा गई बिल्ली वो बिल्ली जब गई बाहर तो उस को मिल गई मुर्ग़ी वो मुर्ग़ी और वो बिल्ली चलीं मिल कर गईं दिल्ली