तिलिस्म By Nazm << काली रेत कहानी है ये च्यूँटी की >> शातिर लोगों ने उस के आते ही दीवार खींच दी कहीं इस का साया मुझे छू न ले एक एहसास को ज़िंदगी मिलती है: कोई तो तिलिस्म है जो उन के ख़ौफ़ का सबब बना Share on: