यहाँ ठीक इस जगह जहाँ एक चटान एक गहरी खाई पर झुकी हुई है यहाँ एक छितनार दरख़्त था वो परिंदे यहाँ आते थे जिन के बारे में लोगों में अजीब अजीब कहानियाँ मशहूर हैं इस चटान के पहलू में एक आतिश-कदा है जिस में हर वक़्त आग रौशन रहती है जिस से उस के चारों ओर बैठे लोगों के चेहरे इस क़दर रौशन हो जाते हैं कि इस छितनार दरख़्त पर बैठे परिंदे ख़ौफ़-ज़दा हो जाते हैं लेकिन अब यहाँ कोई छितनार दरख़्त नहीं आतिश-कदा सर हो गया और उस आग से रौशन चेहरे भी बुझ गए अब सिर्फ़ खाई की तरफ़ झुकी चटान बाक़ी रह गई है या वो अजीब-ओ-ग़रीब कहानियाँ जो खाई और झुकी चटान के गिर्द चक्कर लगा लगा कर अब बुरी तरह उक्ता चुकी हैं