कानों में नुक़रई बालियाँ पहने कंधों बाज़ुओं हाथों और गर्दन पे अजीब-ओ-ग़रीब टैटूज़ खुदवाए बरानडेड कपड़ों जूतों से सजा क़ीमती परफ़्यूमस से महकता खिसियानी हँसी हँसता बेचैनी से सर खुजाता घबराहट में टाँगें हिलाता पाँव पटख़ता बॉडी बिल्डर जैसा लम्बा-तड़ंगा मैक्सीकन ना जानने के ख़ौफ़ से अध-मुआ ऐन मेरे सामने बेबस बैठा हुआ हर थोड़ी देर के बा'द मामा-मिया अफ़फ़फ़फ़फ़ सैनीता मरिया के नारे लगाता मुझे कहता है टीचर 'समीना' तुम एक पागल औरत हो और मुझे भी पागल कर दोगी सब कुछ होने के बावजूद इंग्लिश ज़बान का न आना उसे इक शदीद ख़ौफ़ में मुब्तला किए हुए है मैं उसे देख कर नर्मी से मुस्कुराती हूँ मुझे मालूम है अभी चंद ही दिनों में ये खौफ़ज़दा आँखें आगही का नूर समेटे मुस्कुराने लगेंगी