सोचो तो कौन है अपना दुनिया सारी उन की दुनिया अपनी दुनिया दुख की दुनिया सोचो तो कौन है अपना सब ही मगन हैं अपने सुख में हम जीते हैं पाले दुख में सोचो तो कौन है अपना ख़्वाबों की दुनिया में अकेले हम ही नहीं थे तन्हा नहीं थे साथ थे अपने ख़्वाब अधूरे सोचो तो कौन है अपना दुख जब हम को दिए गए थे लोग हमारे कहाँ गए थे सोचो तो कौन है अपना तुम भी यहाँ हो हम भी यहीं हैं फिर भी इतनी दूरी कैसी कैसी दूरी सोचो तो कौन है अपना अपना लो अपना लो हम को प्यार के सारे भूके हैं हम सुना है तुम को हमदर्दी है सोचो तो कौन है अपना