जंगल में जा कर कव्वे ने कोयल का इक गीत चुराया गीत चुरा कर जंगल से वो सुब्ह सवेरे गाँव में आया गाँव में आते ही कव्वे ने आँगन आँगन शोर मचाया जंगल से जो गीत चुरा कर लाया था वो सब को सुनाया कव्वे ने कोयल का गाना जब अपनी आवाज़ में गाया सुन कर उस की काएँ काएँ सब ने उस को मार भगाया