ख़्वाब और ख़ुश्बू By Nazm << क़याम-ए-यक-शबाना विशाल देश >> ख़्वाब और ख़ुशबू दोनों ही आज़ादा रूहें दोनों क़ैद नहीं हो सकते मेरे ख़्वाब तुम्हारी ख़ुशबू Share on: