ज़रा भी झूट बोलना ख़ुदा को ना-पसंद है कमी के साथ तोलना ख़ुदा को ना-पसंद है किसी के ऐब खोलना ख़ुदा को ना-पसंद है बुराइयाँ टटोलना ख़ुदा को ना-पसंद है दिलों में दुश्मनी रहे ख़ुदा को ना-पसंद है ये दुश्मनी बनी रहे ख़ुदा को ना-पसंद है हर एक से ठनी रहे ख़ुदा को ना-पसंद है ये लूट मार-धाड़ ये ख़ुदा को ना-पसंद है हर आन छेड़-छाड़ ये ख़ुदा को ना-पसंद है फ़साद ये बिगाड़ ये ख़ुदा को ना-पसंद है बदों के सर पे ताज हो ख़ुदा को ना-पसंद है बुराइयों का राज हो ख़ुदा को ना-पसंद है हया न हो न लाज हो ख़ुदा को ना-पसंद है