क्या तुम्हें कुछ ख़बर भी है कि एक अच्छे-भले शख़्स ने एक अच्छे-भले शख़्स को सामने वाले फ़ुटपाथ पर मार डाला है उस ने कॉफ़ी की हल्की सी चुस्की भरी और चेहरे पे हैरत का जंगल लिए मुझ को तकते हुए चार-मीनार सिगरेट का फिर से महूरत किया और फिर अपने मुँह से उगलते हुए वो धुआँ मुझ से कहने लगा शायद इस शहर में तुम नए आए हो