घटाओं के सायों की मस्ती से बढ़ कर फ़रिश्तों की पाकीज़ा हस्ती से बढ़ कर हसीं बरबतों के तरन्नुम से प्यारे लब-ए-दिल-नशीं के तबस्सुम से प्यारे वतन के हसीनों के नामों से मीठे निगाहों के पुर-कैफ़ जामों से मीठे मोहब्बत के आवारा रागों से प्यारे सुलैमा की ज़ुल्फ़ों के नागों से प्यारे सितारों के पुर-नूर बिस्तर से दिलकश मह-ओ-मेहर के सीम-गूँ घर से दिलकश बहारों की उठती जवानी से शीरीं मिरी आशिक़ी की कहानी से शीरीं वो लम्हात गुज़रें जो आज़ादियों में वो औक़ात गुज़रें जो आज़ादियों में