किस से पूछूँ कि झूट सच क्या है तीरगी क्या है रौशनी क्या है कौन मेयार-ए-ख़ैर-ओ-शर समझाए कौन तकज़ीब-ए-जब्र-ओ-जहल करे वक़्त किस सम्त है रवाँ पैहम वज्ह-ए-तख़्लीक़-ओ-इर्तिक़ा क्या है ज़िंदगी वहम है हक़ीक़त है शजर-ए-दर्द साया-ए-ग़म है किस से मफ़्हूम-ए-मा-ओ-मन पूछूँ कौन तक़दीर۔ए-हुस्न-ओ-इश्क़ बताए किस से पूछूँ सलीब-ओ-दार का राज़ अज़्मत-ए-जाम-ए-ज़हर कौन बताए अक़्ल-ओ-दानिश पे कुफ़्र के फ़तवे फ़िक्र-ओ-फ़न पर है तोहमत-ए-इल्हाद इस तक़द्दुस-मआब दुनिया में किस से पूछूँ मैं कौन हूँ क्या हूँ कोई अफ़्साना कोई ख़्वाब हूँ मैं कोई तहरीर-ए-ना-तमाम हूँ मैं कोई सहरा-ए-दर्द-ओ-कर्ब हूँ मैं ख़ौफ़-ओ-ख़दशात के जहन्नुम में कितनी सदियों से जल रहा हूँ मैं