मेरे अंदर हवाएँ चलती हैं By Nazm << रेगिस्तान में झील गहराइयों का ख़ौफ़ >> मेरे अंदर हवाएँ चलती हैं धीमी धीमी फुवार गिरती है मुझ में दरिया हैं मौजज़न हर सू लहरें उठती हैं डूब जाती हैं मेरे अंदर हवाएँ चलती हैं Share on: