इस्कूल का लड़का हूँ मैं नन्हा सा बंजारा हूँ मैं जो चीज़ है वो ख़ास है बस्ते में मेरे पास है कुछ टॉफ़ियाँ कुछ गोलियाँ कुछ बेर कुछ निमबोलियाँ कड़वी कसीली छालीया कुछ बच गईं कुछ खा लिया परकार पेंसिल और रबर रंगीन काग़ज़ और कलर ये मोर के पर देखिए लाल-ओ-जवाहर देखिए माचिस के लेबल देखिए काग़ज़ की बुलबुल देखिए लो ये कहीं से आ गए मुर्ग़ी के पर टूटे हुए सिक्के पुराने दौर के लाहौर के भनबोर के ये धात है बोलान की ये ऊन चोलिस्तान की टुकड़ा है ये बिल्लोर का तोहफ़ा बहावलपुर का नीलम है ये कश्मीर का ये है नगीना दीर का फल वादि-ए-काग़ान के मेवे वज़ीरस्तान के ये इब्न-ए-इंशा की किताब तोहफ़ा मिला है ला-जवाब तस्वीर रंगा-रंग है जो देखता है दंग है बिल्ली नहीं भालू है ये ख़रगोश का ख़ालू है ये ये सब मिरे बस्ते में है हर फूल गुल-दस्ते में है जब पाँच पैसे लाओगे तब एक तोहफ़ा पाओगे