मॉन्सटर By Nazm << रेत सवारी ऊँट की है >> दरीचा खुला छोड़ कर यूँ न जाना कि रस्ता गुज़रती कोई और लड़की मुझे ख़्वाब बुनता हुआ देख लेगी ठिठुक जाएगी और मुझ से मिरे ख़्वाब का रास्ता पूछने की हिमाक़त करेगी Share on: