मुफ़ाहमत By बोल्ड पोयम, Nazm << सीढ़ियाँ आम रुख़्सत हो गया >> हम कि उर्यां बहुत हैं तमाशा न बन अपनी ज़िद छोड़ दे मैं तुझे ओढ़ लूँ तू मुझे ओढ़ ले Share on: