तुम इसे जानते हो ये क्या है प्यारे बच्चों ये लाल क़िला है लाल पत्थर के हैं दर-ओ-दीवार इस में करते थे बादशाह दरबार पहले जैसी न अब हुकूमत है पहले जैसी न अब हिफ़ाज़त है हाँ मगर इस के गेट के बाहर कुछ सिपाही हैं अब भी पहरे पर देखते हैं इसे टिकट ले कर इस के अंदर है इक अजाइब घर जिस में सिक्के हैं बादशाहों के जिस में कपड़े हैं बादशाहों के जिस में रखे हैं अनगिनत हथियार जैसे बंदूक़ ढाल और तलवार लाल क़िलअ' जहाँ में है मशहूर जामा' मस्जिद से है ये थोड़ी दूर