दिल तुम्हें याद करता है आ जाओ कि उन रास्तों पर अभी तक तेरे क़दमों के निशाँ हैं उस रास्ते की धूल पागलों की तरह तेरी जुदाई का बैन करती है आ जाओ दिल तुम्हें याद करता है वो साया-दार शजर वो फूलों की डालियाँ जिन के नीचे हम ने कुछ लम्हे साथ गुज़ारे थे आज भी तेरी याद में नम हैं इक अनमिट सा सुकूत तारी है जो हर चीज़ पर तारी है तमाम ख़ुशियाँ हम पर भारी हैं आ जाओ दिल तुम्हें याद करता है हम ज़िंदगी से बेगाने हो चले हैं बिछड़ के तुझ से दीवाने हो चले हैं रोती है मेरे साथ हवा बिखर गए हो के तुम से जुदा आ जाओ दिल तुम्हें याद करता है कब आओगे तब आओगे जब बुझ जाएँगी आँखें मेरी जब टूट जाएँगी साँसें मेरी आ जाओ दिल तुम्हें याद करता है कि इन रास्तों पर अभी तक तेरे क़दमों के निशाँ हैं