वो मुझ से सख़्त नालाँ थी सो इस ने मुझ को लिख भेजा तअ'ल्लुक़ ख़त्म है नासिर मुझे अब काल मत करना कोई मैसेज अगर आया तो तुम को ब्लाक कर दूँगी अगर मिलने की सोचोगे तो फिर तुम सोच लेना अब सो मैं ने भी ये लिख भेजा कि जानाँ हम मोहब्बत की अब इस मंज़िल पे आ पहुँचे जहाँ से वापसी का अब कोई भी रास्ता कब है तअ'ल्लुक़ तोड़ देने से तअ'ल्लुक़ टूटता कब है