ये मेरी मुस्कान फ़क़त मेरी ही नहीं है ये सब की है इस दुनिया की सारी कड़वी कड़वी बातें सारे दुख सारी कड़वाहट जीवन की ज़हरीली दुख भरी कहानी ख़ुद कहता ख़ुद ही सुनता हूँ ख़ुशियाँ सब की दुख मेरे हैं हर हर युग में जन्म लिया है मैं हर युग में पैदा हूँगा अमृत दूँगा ज़हर पियूँगा मैं इस युग का शिव-शंकर हूँ