सानेहा By Nazm << पल भर का बहिश्त क्या इश्क़ एक ज़िंदगी-ए-म... >> ये यादें ये बातें ये आधी सी मुलाक़ातें बहुत रूहानियत है इन में एक मासूमियत है इन में ये लम्हा-ए-उलफ़त आया है बा'द मुद्दत बस दुआ है यही ये खो ना जाए कहीं रहे सदा सदा ये वफ़ा ये अदा ये सदा Share on: