मैं हूँ एक अजीब सपेरा नाग पालना काम है मेरा पीले पीले काले काले रंग बिरंगे धब्बों वाले शो'लों सी फ़नकारों वाले ज़हरीली महकारों वाले उन की आँखें तेज़ नशीली गहरी झीलों ऐसी नीली नए लहू से लाल ज़बानें जैसे मौत की रंगीं तानें मख़मल के रुमालों जैसे सुर्ख़ गुलाबी गालों जैसे मुझ को तकते रहते हैं ये मुझ को डसते रहते हैं ये मुझ पे हँसते रहते हैं ये