मिरा दिल जैसे कोई आईना है तिरा ही अक्स इस में बस गया है तू हर धड़कन में मेरी बोलता है ये सच है तू ही मेरा नाख़ुदा है तुझे मल्बूस अपना मानती हूँ तुझे ही देख कर जीती हूँ लेकिन तिरी तस्वीर ले कर क्या करूँगी मैं कब तेरी भला पूजा करूँगी तिरे आगे कहाँ सज्दा करूँगी मिरा मा'बूद तो मेरा ख़ुदा है