मैं जब उस से मिलने जाता हूँ अकेले रास्ते पर अन-गिनत आँखें सितारों संग-रेज़ों पत्तियों की मेरे क़दमों पर जमी होती हैं लेकिन मेरे सर पर हाथ होता है किसी का जब मेरे कपड़ों के गहरे ज़ख़्म बे-आवाज़ जेबें भर नहीं सकते तमन्नाएँ सर-ए-मिज़्गान-ए-ग़ुर्बत मेरे दिल में फूट कर रोती हैं लेकिन मेरे सर पर हाथ होता है किसी का गो तसव्वुर के भयानक जंगलों में दिन-दहाड़े अन-गिनत ग़म की चुड़ैलें ज़हर की घमसान खेती दामन-ए-एहसास पर बोती हैं लेकिन मेरे सर पर हाथ होता है किसी का