मम्मी ख़फ़ा हैं उन की सुनता नहीं है मोंटू पापा को है शिकायत पढ़ता नहीं है मोंटू और मोंटू मियाँ अब हैरान से खड़े हैं सुन सुन के डाँट उन के तो कान पक गए हैं हो फ़ैंटम कि टन टन या टारज़न के क़िस्से क्या क्या नहीं पढ़ा है क्या क्या नहीं वो पढ़ते और इस पे ये शिकायत पढ़ता नहीं है कुछ भी पढ़ना नहीं तो क्या है हद है ज़्यादती की कम आए हैं जो नंबर ऐसा भी क्या हुआ है हर बार आओ अव्वल ये किस जगह लिखा है अपनी तरफ़ से परचा लिखा था ठीक यूँ तो एग्ज़ामनर से शायद कुछ भूल हो गई हो इतना भी क्या बिगड़ना क्या फ़ेल हो गए हैं इस इम्तिहान से आगे सौ इम्तिहाँ पड़े हैं क्या मोंटू मियाँ हैं सब लोग देख लेंगे हर इम्तिहाँ में अव्वल अब आ के हम रहेंगे मम्मी सहेलियों में बाँटेंगी तब मिठाई जो आज डाँटते हैं देंगे वो कल बधाई ख़ुश हो के एक इक से कहते फिरेंगे पापा ये अपना मोंटू तो लाखों में एक निकला