मैं अपने वजूद के मा'नी खो चुका हूँ मुझे मोहब्बत की तलाश है मोहब्बत एक पोशाक है जिस में कमर से लगा पेट छुपाया जा सकता है आँसू जज़्ब हो सकते हैं मौसमों की शिद्दत से बचा जा सकता है मैं अपने वजूद के मा'नी खो चुका हूँ हो सकता है मेरे वजूद के कभी कोई मा'नी रहे ही न हों कोई चुरा कर ले गया हो किसी की निगाह-ए-नाज़ में या ऑफ़िस टेबल की दराज़ में रह गए हों हो सकता है किसी बच्चे को सड़क पार करवाते बहार के पहले फूल का नज़ारा करते या कोई नज़्म कहते मुझे अपने वजूद के मा'नी मिल जाएँ