वो एक शब्द By Nazm << चमचे की दुआ तलाश-ए-ज़ात >> वो एक शब्द जो कभी मेरे कानों ने सुना था और तुम्हारे होंटों ने कहा था मन अंदर तक गुनगुना उठा था और आज फिर एक शब्द जो तुम्हारे होंटों ने कहा और मेरे कानों ने सुना तो अंदर तक कुछ चटकता चला गया शायद क़िस्मत ही प्रतिकूल थी मेरी Share on: