कोई आगे न पीछे बहुत दूर तक एक लम्बी सड़क दरमियाँ में कोई साया चेहरा-ब-कफ़ गोया तस्वीर तजरीद माहौल का कैनवस बेहद-ओ-बे-कराँ इस पे बुझता हुआ रात का कोएला आग का राज़-दाँ सारे पस-मंज़रों को समेटे हुए जो दिखाई नहीं दे रहा वो धुआँ और सड़क जिस का कोई सिरा ही नहीं चल रहा हूँ बहुत मुद्दतों से यूँही कोई आगे न पीछे बहुत दूर तक