इल्म By बाल कविता, Paheli << हाथी मोम-बत्ती >> दुनिया में है एक ख़ज़ाना उस का मालिक बड़ा सियाना इस को हाथों हाथ लुटाए पर दौलत बढ़ती ही जाए Share on: